SURAJ STAMMERING CARE CENTRE
(Stammering Treatment Depends on Your Mindset )
Founder President and current operations of this center,
I am forty-two year old, Vikendra Singh, who himself is a stutter. I fought furiously for twenty-six years, and finally got victory by defeating,It can not be said that now it is totally unstoppable,Yes, it is true that "Stutter used to control me first" Now I manage to stammering .want to tell you what victory means
इस सेंटर का फाउंडर प्रेसिडेंट एवम वर्तमान संचालन , मै बयालीस वर्षीय, विकेन्द्र सिंह हूँ , जो खुद एक हकलाने व्यक्ति क्यक्ति हूँ , छबीस वर्ष तक हकलाहट से लड़ता रहा और अंत में हकलाहट को हरा कर विजय पाया , यह नहीं कहा जा सकता की अब पूरी तरह से हकलाहट मुक्त हूँ , हाँ ये बात सत्य है की "हकलाहट पहले मुझे कण्ट्रोल करती थी " अब मै हकलाहट को मैनेज करता हूँ. मै स्पस्ट बताना चाहते है की विजय का मतलब क्या है I
BK Singh
(Founder President )
SURAJ STAMMERING CARE CENTRE
----------------------------------------------------------------------------------
1 Education -A- Graduation in Psychology
B- Master degree in Psychology
C- Diploma in Refrigeration and Air conditioning Engineering
D- Diploma in railway track Engineering
E- Diploma in hearing language & speech
-----------------------------------------------------------------------------------
1-1-In India, for the first time in the National TV channel, the interview was broadcast in the area of stammering.
भारत में, हकलाहट के क्षत्र में, पहली बार नेशनल टीवी चेंनेल में , interview प्रसारित किया गया
-----------------------------------------------------------------------------------
2- In the Raj News paper, interview in the area of stammering
राज न्यूज़ पेपर में हकलाहट के क्षेत्र में interview
-----------------------------------------------------------------------------------
3- In the Navbharat News paper, interview in the area of stammeringनवभारत न्यूज़ पेपर में हकलाहट के क्षेत्र में interview
-----------------------------------------------------------------------------------
4-Resignation letter for doing good work in the field of stammering by Satna Parliament
सतना संसद द्वारा हकलाहट के क्षेत्र में अच्छा काम करने पर सम्मान पत्र
1- To get rid of harassment, I consultant to many speech therapists,many nose, ears specialist, Psychologist, many psychiatrists and checkups, and their help and guidance and conquest of my perseverance, hard work and passion. All india institute of speech & hearing, British Stammering Association (BSA), Stuttering Foundation of America, the cooperation of well-known institutions was appreciable. Now I am giving my services in the area of stuttering.
हकलाहट से मुक्ति पाने के लिये कई स्पीच थेरेपिस्ट ,कई नाक ,कान ,गला रोग विशेषज्ञो एवं कई मानसिक रोग विशेष से और साइकोलोजिस्ट से चेकअप करवाया और इनकी हेल्प और गाइडेंस और मेरी लगन,मेहनत, जुनून से हकलाहट पर विजय प्राप्त किया। अपनी सेवायें प्रदान कर रहा हूँ | All india institute of speech &Hearing ,British Stammering Association (BSA ),Stuttering Foundation of America जैसे सुप्रसिधद संस्थानों का सहयोग सराहनीय रहा। अब मै हकलाहट के क्षेत्र में अपनी सेवायें प्रदान कर रहा हूँ |
TISA (The indian stammering association) emerged in India around 2007. Worked with Tisa as a founder member for some years. Suraj stammering Care Center (SSCC) was operated since 2000 and I was the operator of this center. It was not possible to operate the center and to take the responsibility of the founder member of Tisa, together with some differences, and due to management reasons, also separated from Tisa. But still I support TiSa I would like to thank Shri Sachin Shrivastav Ji because he updated our knowledge and formed Tisa.
वर्ष 2007 के आस पास भारत में TISA ( The indian stammering Association ) का उदय हुआ , कुछ वर्षो तक फाउंडर मेम्बर के रूप में टीसा के साथ काम किया। सूरज स्टामेरिंग केयर सेंटर (SSCC ) सन 2000 से संचालित था और मै इस सेंटर का संचालक था सेंटर का संचालन और तीसा के फाउंडर मेंबर का दायत्व निभाना,एक साथ संभव नहीं था, कुछ मतभेद , और मनेजमेंट कारण से भी टीसा से अलग हुआ | परन्तु आज भी तीसा का समर्थन करता हूँ। मै श्री सचिन श्रीवास्तव जी का आभार वयक्त करना चाहूँगा क्योंकि इन्होने हमारे ज्ञान को अपडेट किया और टीसा का गठन किया।
If you want this change, then today you should work with stammering with my help.
यदि आप को, यह बदलाव चाहिए तो , आज ही आप को मेरी हेल्प से स्टम्मेरिंग में काम करना चाहिए
My stammering life
(हकलाहट की जिंदगी )
---------------------------------------------------------------------------------
1- Loss of face
चेहरा ख़राब कर लेना
----------------------------------------------------------------------------
2- Change the word when the blockage arrives,
ब्लॉकेज आने पर वर्ड चेंज कर देना ,
-----------------------------------------------------------------------------------3- Change the order of words used in the sentence
वक्य में उपयोग हुए शब्दों का क्रम चेंज कर देना
----------------------------------------------------------------------------4- Do not be afraid to see eye contact
बात करते समय आँख मिलाने की हिम्मत पैदा न होना
-----------------------------------------------------------------------------------5- I was the least of Relatives and Friends here
मै रिलेटिव्स एंड फ्रेंड्स के यहाँ कम से कम जाता था
----------------------------------------------------------------------------------
6-Anger, hyper, more with family and friends
परिवार और फ्रेंड से गुस्सा , क्रोध ,हाइपर ,अधिक करना
----------------------------------------------------------------------------------
7- Speaking time Thinking that speak your talk quickly, no one has time to listen comfortably
बोलते टाइम यह सोचना की अपनी बात जल्दी बोल दू , आराम से सुनने का टाइम किसी के पास नहीं है
---------------------------------------------------------------------------------
8- Do not get open in society, be more alone to be alone
समाज में खुल मिल न पाना , अकेले रहना अधिक प्रसंद करना
-------------------------------------------------------------------------------
9- Talking by load on the throat
गले में लोड दे कर बात करना
---------------------------------------------------------------------------------
10-Feeling suffocating inside of the mind
अंदर ही अंदर घुटन फील करना
----------------------------------------------------------------------------------
11- Always think that I hide my stammering , no one knows, I do not know, it will be infamous, people will laugh and make fun
हमेशा यह सोचना की मै अपनी हकलाहट को छुपा लू , किसी को पता न चले , पता चल गया तो बदनामी होगी , लोग हसेंगे , मजाक बना देंगे
-------------------------------------------------------------------------------2 I used to think about emotions (anger, anger, hurry), that the emotions were made, but the absence of the truth was not true;
मैं इमोशनल (गुस्सा ,क्रोध, जल्दीबाजी ) होने पर सोचता था की इमोशन बना रहे परन्तु हकलाहट बिलकुल न हो सच्चाई यह थी की जितना ऐसा करता था उतना हकलाहट बढ़ जाती
-----------------------------------------------------------------------------
13- Please God, do miracles, tell a medicine, tell a shortcut, do anything, just make me a hundred percent, fix it
प्लीज भगवन, कोई चमत्कार करो , कोई दवाई बताओ , कोई शार्टकट बताओ, कुछ भी करो, बस मुझे शत प्रतिशत, ठीक कर दो
---------------------------------------------------------------------------------
14 When you got stuck in your talk then the excuses were always ready, like forgot, I will tell you later, I can not remember
जब अपनी बात में अटक जाता , तब बहाने हमेशा रेडी रहते थे जैसे, भूल गया , बाद में बताउगा , याद नहीं आ रहा है
----------------------------------------------------------------------------------
15 Suicidal thoughts were commonplace
आत्महत्या जैसे विचारो का आना आम बात थी
--------------------------------------------------------------------------------
16 My biggest enemy (weakness) is stutter, due to this I can not do anything in life
मेरा सबसे बड़ा दुश्मन ( कमजोरी ) हकलाना है,इस के कारण मै जीवन में कुछ नहीं कर पाउगा
My Life after overcome
हकलाहट पर विजय पाने के बाद की जिंदगी
----------------------------------------------------------------------------------1-Now the face is not bad, even if it is soft for 1-2 times a day, as sometimes a common man also passes through such condition
अब चेहरा ख़राब नहीं होता होता भी है तो दिन में १-२ बार वो भी सॉफ्ट ,जैसे कभी कभी एक आम इंसान भी ऐसी कंडीशन से गुजरता है
---------------------------------------------------------------------------------
2-Word does not change when the blockage arrives, even if blockages are a bit, why not look at it. Now, let me explain the talk of my mind, to others, without changing the word
,ब्लॉकेज आने पर वर्ड चेंज नहीं करते है, चाहे ब्लॉकगे थोड़ा, दिख ही क्यों न जाये ,अब अपने मन की बात को , दुसरो को , समझा लेता हूँ, बिना वर्ड चेंज किये हुए ब्लॉकेज आने पर वर्ड चेंज नहीं करते है, चाहे ब्लॉकगे थोड़ा, दिख ही क्यों न जाये ,अब अपने मन की बात को , दुसरो को , समझा लेता हूँ, बिना वर्ड चेंज किये हुए
---------------------------------------------------------------------------
3-Now, in any sentence, the order of words does not change, which once came to mind, once I speak, I speak them in absolute time,
अब किसी भी वाक्य के, शब्दों का क्रम चेंज नहीं करता, जो माइंड से बिचार एक बार आ गए ,उनको एक्सेक्ट टाइम में बोल लेता हूँ,
-------------------------------------------------------------------------------
4- After starting a sentence, I try to do contact eyes , Now I can do contact eyes before starting sentence ,
किसी वाक्य को स्टार्ट करने के बाद, आंख मिलाने का प्रयाश करता था, अब स्टार्ट करने के पहले ही आंख मिला लेता हूँ ,फिर बात स्टार्ट करता हूँ
-----------------------------------------------------------------------------,
5-Now I go to Relatives and Friends, I enjoy plenty
अब मैं रिलेटिव्स एंड फ्रेंड्स के घर जाता हू, खूब के एन्जॉय करता हूँ
-------------------------------------------------------------------------------
6-I used to think that people would have spoken to me just by doing a lot of anger, and I used to get angry for myself, now I understand, it is not like that, people also believe in peace, love, and, By doing so, stammering is automatic control
,I can say for full faith, that it is better to control stammering, if we control our emotions, then there will be stammering automatic control
मै पहले सोचता था की, गुसा करने से ही लोग, मेरी बात मानेगे ,और मै अपनी बात मनवाने के लिए गुस्सा करता था , अब समझा , ऐसा बिलकुल नहीं है, शांति, प्रेम, से भी लोग बात मानते ऐसा करने से हकलाहट तो, आटोमेटिक कण्ट्रोल रहती है ,
मै पुरे विश्वाश के कह सकता हु की स्टम्मेरिंग को कण्ट्रोल करने से बेटर है की हम अपने इमोशन को कण्ट्रोल करे तो स्टम्मेरिंग आटोमेटिक कण्ट्रोल रहेगी
------------------------------------------------------------------------------
7- Now, with full concentration, I listen to someone, then speak, by doing so, my soul speaks, when he was speaking, I listened carefully, now if I speak, he will listen carefully, There was no hurry to listen to him, so now he will not listen to me, no one will be hasty, and now the time pressure is not the generate, talk quickly, finish your point, take full time Have fun with fun Employer I speak
अब मै पुरे कंसंट्रेशन के साथ, किसी की बात सुनता हूँ, फिर बोलता हूँ, ऐसा करने से, मेरी आत्मा बोलती है, की जब वो बोल रहा था, मै ध्यान से सुना, अब मै बोलूगा तो, वो भी ध्यान से सुनेगा, मुझे उसकी बात सुनने में ,कोई जल्दी बजी नहीं थी, तो अब उसे भी मेरी बात सुनने में , कोई, जल्दीबाजी नहीं होगी , और अब टाइम प्रेसर जेनेरेट नहीं होता, की जल्दी से बोल कर, अपनी बात ख़तम कर दू , पूरा टाइम ले कर मजे मजे से मुस्कुरा कर बोलता हूँ
----------------------------------------------------------------------------------
8-Opening up in society, talking about yourself, making fun of me is now easy for me
समाज में खुलना मिलना, अपनी बात कहना, हसी मजाक करना, अब मेरे लिए आसान है
----------------------------------------------------------------------------------
9- I always loaded my throat, pressed lips very much, used to speak, often, by speaking in the throat, "A" would say the letter "kh", by giving more emphasis in the vocal card, It happens, now everything is soft,
मै हमेशा अपने गले में लोड दे कर , ओंठो को बहुत दबा कर, बोलता था , बहुत बार , गले में लोड दे कर बोलने से , "क" अक्षर को "ख" बोल देता था, वोकल कार्ड में, अधिक प्रेसर देने से, ऐसा होता था, अब सब कुछ सॉफ्ट है ,
-------------------------------------------------------------------------------
10-Now I am open to life like a free bird
अब मै खुल कर लाइफ जी रहा हूँ एक आजाद पक्षी की तरह
-----------------------------------------------------------------------------
11 Now instead of hiding, I try and improve, instead of running away from the people, I am inclined to talk about my stubbornness, I have the courage to speak openly on my stammering .
अब मै हकलाहट को छुपाने के बजाये, सुधरने कर प्रयाश करता हूँ, लोगो से भागने के बजाये , सहज भाव से अपने हकलाहट के बारे में, बात करने की इक्छा हूँ , अपने स्टम्मेरिंग पर खुल के बात करने की, हिम्मत रखता हूँ
-----------------------------------------------------------------------------
12 Now, I have been expert in controlling emotions. Having an emoticon control stammering keeps the control
-अब इमोशन्स को कण्ट्रोल करने में एक्सपर्ट हो गया हूँ , और इमोशन कण्ट्रोल होने से हकलाहट कण्ट्रोल रहती है
--------------------------------------------------------------------------
13 I have learned to self help
अपनी हेल्प सेल्फ करना सिख गया हूँ
---------------------------------------------------------------------------
14 -Now I do not have excuses, I work in salution
अब बहाने नहीं सलूशन में काम करता हूँ
--------------------------------------------------------------------------
15 Now i want to live life
अब मै जिंदगी जीना चाहता हूँ
-----------------------------------------------------------------------------
16-It is true that, I stutter, despite this, I will try to improve my voice, and am doing it
ये सच है की, मै हकलाता हूँ , इस के बावजूद, मै अपनी आवाज को बेहतर बनाने प्रयाश करुगा, और कर रहा हूँ
If you also want to fight with Stammering in my guidance, I will always be with you
यदि आप भी मेरे मार्गदर्शन में स्टम्मेरिंग से लड़कर जितना चाहते है तो आप का मै हमेशा साथ दुगा
My Recovery Process of Stammering
Dear friends,
I am thinking for about quite sometime about the reasons for relapse of stammering after a few months of speech therapy.Today morning a thought occurred in my mind which I am sharing here. Before that, let me tell about a personal experience which is quite relevant to our stammering.
Two years back, I was frequently suffering from cold and fever. My parents were also suffered the same … may be heredity factor for me also.One day I read an article about hot lemon tea which cures cold as it contains plenty of Vitamin-C. Then I started taking lemon tea daily. Within about 10days time, I improved a lot with only less cold attack. I used to take lemon tea in the office only ie from Monday to Friday. On Saturdays and Sundays I used to take horlicks at home. Saturdays it was ok…. Sunday morning also I felt ok….. but in the afternoon cold slowly started attacking me. When I returned back to office on Mondays and I feel fine after taking lemon tea. For some reason, I stopped taking lemon tea for about one week and the cold caught me immediately. At that time I read an article about Vitamin-C. It has been mentioned that property of Vitamin-C is such that it won’t store in our body for more than 48 hrs and hence regular intake
of Vitamin-C is necessary. From that day onwards, I am taking lemon tea even at home and I am free from cold and fever in this December month also.
Now coming back to our subject on relapse of stammering after speech therapy, a thought occurred in my mind. It is the natural property of my body composition to attract cold in the absence of Vitamin-C and I have to take Vitamin-C daily, failing which cold will attack me. By default, my body is deficiency of Vitamin-C for which I have supplement it by taking lemon tea daily. But, it is not possible for me to permanently correct my default Vitamin-C deficiency.
The same analogy may be true for stammering also. By default, we have some deficiency and because of this we are stammering. One of the deficiencies everybody agrees with me is our incorrect (or shallow) breathing, which is our default breathing. Here I want to highlight again my personal speech therapy experience.
I have undergone a speech therapy at Madurai for one week in the year 2001. After that, I sincerely practiced speech therapy daily one hour for the next 6 months. During that period I was almost became a normal speaker. Then, suddenly I was not well and could not continue the speech therapy for the next 15 days which resulted relapse of stammering that too very badly. Hence, I lost interest in further continuing speech therapy and stopped it. This is the case for almost every PWS.
Now I am very curious and want to know the reason for relapse of stammering. About 20 days back, I started the speech therapy again and practicing it daily for about 30 min. I also started monitoring closely about my speech pattern. I found out that I was speaking fairy well till 2 PM…… less stammering till 6 PM….more stammering after 6 PM…. To find out the reason, I closely watched what is physically happening . After closely observing about one week, I found out that my breathing pattern changed slowly from slow and steady breathing in the morning after speech therapy to fast and shallow breathing in the evening…
Again, I become curious to know the reasons behind it for change in the breathing pattern from morning ie after speech therapy up to the evening. At last, I found out that this is the effect of my speech therapy technique. The speech therapy technique I learned is combination of both breathing exercise as well as slow speaking. So,immediately after my speech therapy my breathing become normal in the morning and slowly returning back to my default breathing ie shallow breathing in the evening.
Here I want to correlate between my default deficiency of Vitamin-C and my default shallow breathing. Like taking lemon tea daily to supplement Vitamin-C, I have to do speech therapy daily to have normal breathing and also to speak well.
May be it is not possible to change our natural default deficiency, but could be corrected daily…. pl read again DAILY by supplementing properly ie by doing speech therapy …
Any thought on this!!!
Regards.
Maaaaaanimaran.